हर कदम पर जनता के साथ,
                
                यही मेरा वादा, यही मेरी बात।
              
              मैं बलिराम सिंह, बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार और 102 कुचायकोट विधान-सभा की मिट्टी का बेटा जिसने गरीबी, संघर्ष और मेहनत को बहुत करीब से देखा है।
मैं राजनीति में कुर्सी के लिए नहीं आया, मैं आया हूँ — कुचायकोट को बदलने की कहानी लिखने के लिए।
आज हमारे किसान बेहाल हैं, हमारे युवा पलायन करने को मजबूर हैं, हमारे स्कूलों की हालत बदतर है, और अस्पतालों में दवा नहीं — बस वादे हैं। अब समय आ गया है — कुचायकोट को ज़िम्मेदार प्रतिनिधि की ज़रूरत है।
चलिये साथ चलते हैं —
- कुछ नया करते हैं
 - कुछ अच्छा करते हैं
 - कुछ बड़ा करते हैं
 
कुचायकोट में बदलाव के लिए सम्पर्क करें: +91 70505 89801
            कुचायकोट के विकास का संकल्प-पत्र
1. शिक्षा में क्रांति
- हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक शिक्षा की गारंटी।
 - विद्यालयों में स्मार्ट क्लास, डिजिटल लर्निंग और शिक्षकों का नियमित प्रशिक्षण।
 - गरीब विद्यार्थियों के लिए "समान अवसर छात्रवृत्ति योजना"।
 - कुचायकोट और पंचदेवरी प्रखंड में डिग्री कॉलेज की स्थापना।
 - “युवाओं के लिए स्किल जोन” का निर्माण।
 - शिक्षा संस्थानों, स्टेडियम और सुविधाओं के साथ तार्किक क्षेत्र में बच्चों के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
 
2. हर घर तक शुद्ध जल — “जल-जल योजना”
- प्रत्येक परिवार को स्वच्छ पेयजल की गारंटी।
 - हर मोहल्ले, टोले और गांव में पाइपलाइन व जल संरक्षण की ठोस व्यवस्था।
 - वर्षा जल संचयन अभियान से भू-जल स्तर में सुधार और जल संकट से राहत।
 
3. सड़क और नालों का कायाकल्प
- जर्जर सड़कों का नवीनीकरण, चौड़ीकरण और पक्कीकरण।
 - नालों की नियमित सफाई और स्वच्छता व्यवस्था का आधुनिकीकरण।
 - गांव से शहर तक "स्मार्ट कनेक्टिव रोड नेटवर्क" का निर्माण।
 
4. नहरों का पुनर्जीवन
- नहरों की सफाई, गहरीकरण और सौंदर्यीकरण।
 - खेती के लिए सिंचाई की बेहतर सुविधा और जल-उपलब्धता में वृद्धि।
 - नहर किनारे कृषि मार्ग (Agri Roads) का विकास ताकि किसानों का परिवहन सुगम हो।
 
5. कृषि समस्याओं का स्थायी समाधान
- भूमि सुधार और क्षेत्रीय कृषि समस्याओं का दीर्घकालिक हल।
 - किसानों को आधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण और संसाधन से सशक्त बनाना।
 - सामाजिक चीनी मिल का पुनः संचालन और किसानों के बकाया का शीघ्र भुगतान।
 
6. ग्रामीण उद्योग और रोजगार
- फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, मत्स्य, बांस और हस्तशिल्प उद्योगों को प्रोत्साहन देना।
 - युवाओं के लिए स्थानीय रोजगार सृजन और पलायन पर रोक।
 - “एक पंचायत, एक उद्योग” मॉडल से आत्मनिर्भरता की दिशा।
 - कुचायकोट को ग्रामीण स्टार्टअप हब के रूप में विकसित करना।
 
7. किसानों का सशक्तिकरण
- फसल बीमा, ब्याज-मुक्त ऋण और आधुनिक कृषि उपकरण की सुविधा।
 - कृषि मंडियों और भंडारण की व्यवस्था में सुधार।
 - कृषि उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी।
 
8. महिलाओं की आत्मनिर्भरता
- महिलाओं के लिए स्वरोजगार, सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर और घरेलू उद्योग प्रशिक्षण।
 - महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को सशक्त बनाना।
 - हर प्रखंड में “नारी सशक्तिकरण केंद्र” की स्थापना।
 - लड़कियों के लिए “शिक्षा, सुरक्षा और स्वाभिमान” आधारित योजनाएं।
 
9. पर्यावरण संरक्षण
- कुचायकोट विधान सभा में 1 करोड़ वृक्षारोपण अभियान।
 - निजी व सरकारी भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा प्रणाली।
 - स्वच्छ जल, हरियाली और जीवन का नया संतुलन।